मॉनसून में पेट की समस्या? कब्ज, गैस और दस्त से छुटकारा पाएं इन 5 घरेलू उपायों से
मॉनसून का मौसम नमी, कीटाणुओं और अनियमित खानपान के कारण पाचन तंत्र को सबसे ज़्यादा प्रभावित करता है। इस मौसम में अक्सर लोगों कोपेट की समस्याजैसे कब्ज, गैस, दस्त, और पेट दर्द की शिकायत रहती है। आयुर्वेद के अनुसार, वर्षा ऋतु में ‘अग्नि’ मंद हो जाती है जिससे खाना ठीक से पचता नहीं और अम (toxins) बनता है। इस लेख में हम जानेंगे कुछ प्रभावी आयुर्वेदिक नुस्खे और घरेलू उपाय, जिनकी मदद से आप इस मौसम में भी पेट को स्वस्थ रख सकते हैं।
मॉनसून में पेट की समस्या क्यों बढ़ती है?
वातावरण में नमी के कारण बैक्टीरिया और वायरस पनपते हैं। खानपान में लापरवाही (बासी खाना, तले हुए पदार्थ) पाचन को बिगाड़ देती है। ठंडा पानी और ठंडी चीज़ें अग्नि को कमजोर करती हैं जिससे गैस और कब्ज होती है। मौसमी संक्रमण से आंतों में सूजन आती है जिससे दस्त हो सकते हैं।
मॉनसून में गैस, कब्ज और दस्त के लिए आयुर्वेदिक घरेलू उपाय
1. त्रिफला चूर्ण – पेट की सफाई का प्राकृतिक उपाय
त्रिफला में हरड़, बहेड़ा और आंवला होता है जो आंतों को साफ करता है। रोज़ रात सोने से पहले एक चम्मच त्रिफला गुनगुने पानी के साथ लें। यह कब्ज से राहत देता है और पाचन क्रिया को दुरुस्त करता है।
2. अजवाइन पानी – गैस और पेट दर्द का रामबाण
1 चम्मच अजवाइन को 1 गिलास पानी में 5 मिनट उबालें। छानकर गुनगुना पिएँ, खासकर खाने के बाद। यह गैस, एसिडिटी और पेट दर्द में राहत देता है।
3. हिंग और जीरे का तड़का – पाचन सुधारने के लिए
खाना बनाते समय हिंग, जीरा, और थोड़ी अदरक का तड़का लगाएँ। यह गैस और bloating में अत्यंत लाभकारी है। विशेषकर दाल, खिचड़ी और सब्ज़ियों में उपयोग करें।
4. हल्दी और आंवला रस – संक्रमण और दस्त से बचाव
1 चम्मच आंवला रस + ½ चम्मच हल्दी + थोड़ा काली मिर्च मिलाकर सुबह खाली पेट लें। यह दस्त, पेट की गर्मी और सूजन में आराम देता है।
5. जीरा-सौंफ चाय – पाचन शक्ति को मज़बूत करें
½ चम्मच जीरा, ½ चम्मच सौंफ, 1 टुकड़ा अदरक को 2 कप पानी में उबालें। छानकर गुनगुना पिएँ। यह पाचन बढ़ाता है, गैस कम करता है और कब्ज से राहत दिलाता है।
क्या खाएं और क्या नहीं – मॉनसून डाइट टिप्स
खाएं:
• मूंग दाल की खिचड़ी • हल्की उबली सब्ज़ियाँ • छाछ, दही (दिन में) • गुनगुना पानी
• सुबह गरम पानी पीने की आदत बनाएं। • खाने से पहले अदरक+सेंधा नमक लें – अग्नि तेज होती है। • दिन में सोने से बचें, हल्की वॉक ज़रूरी है। • अत्यधिक तेल-मसाले वाले भोजन से दूर रहें।
FAQs – अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
Q1. क्या मॉनसून में रोज़ त्रिफला लेना सुरक्षित है? Ans. हां, रात को सोने से पहले 1 चम्मच त्रिफला गर्म पानी के साथ लें। इससे कब्ज और पेट की दिक्कत में राहत मिलती है। Q2. दस्त हो जाए तो कौन-सा उपाय सबसे असरदार है? Ans. हल्दी-आंवला रस और उबली हुई खिचड़ी खाना दस्त में आराम देता है। साथ ही अजवाइन पानी पीना भी मदद करता है। Q3. क्या हिंग का रोज़ सेवन फायदेमंद है? Ans. हां, जीरे और हिंग का तड़का रोज़ के खाने में दें। यह गैस से राहत देता है और अग्नि को सक्रिय करता है। Q4. क्या दही खाना ठीक है? Ans. दोपहर के समय ताज़ा दही खाया जा सकता है, लेकिन रात या बहुत ठंडे रूप में न लें।
निष्कर्ष (Conclusion):
मॉनसून के मौसम में जब चारों ओर नमी और संक्रमण का खतरा हो, तब पेट की दिक्कत जैसे गैस, कब्ज और दस्त आम बात हो जाती है। लेकिन अगर आप ऊपर दिए गए आयुर्वेदिक नुस्खे और डाइट टिप्स को अपनाएँ, तो आप इस मौसम को भी स्वास्थ्यपूर्वक जी सकते हैं। याद रखें – त्रिफला, अजवाइन पानी, हिंग तड़का, हल्दी-आंवला रस जैसे उपाय केवल सस्ते नहीं, बल्कि बिना साइड इफ़ेक्ट्स के असरदार समाधान भी हैं।
अगर आप भी मॉनसून में पेट की दिक्कत से जूझ रहे हैं, तो आज से ही इन घरेलू उपायों को अपनाएं। लेख अच्छा लगा? इसे अपने दोस्तों, परिवार और सोशल मीडिया पर ज़रूर शेयर करें ताकि सबको राहत मिले। 👇 नीचे कमेंट करें और बताएं कि कौन-सा उपाय आपको सबसे असरदार लगा।